बबूल के फायदे और नुकसान Things To Know Before You Buy



स्वस्थ आहार अनाज विटामिन तेल पेय फल बीज और सूखे मेवे मसाले हेल्दी रेसपी खनिज पदार्थ

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‘ये है रेशमी जुल्फों का अंधेरा न घबराइए….’, ‘ओ हसीना जुल्फों वाली….

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यह दस्त के इलाज के लिए एक प्रभावी तरीका है।

बबूल की गोंद को आटे के लड्डू में मिक्स करके भी लिया जा सकता है। 

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बबूल के छाल से बने काढ़ा को छाछ के साथ पिएं। आहार में छाछ का सेवन करने से जलोदर रोग में लाभ होता है।

बबूल की छाल में मिश्री मिलाकर पीने से शरीर में होने वाले जलन की समस्या में आराम मिल सकता है।

बबूल के द्वारा हमें बहुत से लाभ प्राप्त हो सकते हैं। यह लाभ हमे तभी प्राप्त होंगे जब हम इसका एक नियमानुसार पालन करें और लिमिट में इसका इस्तेमाल करें।

आंखो में अगर जलन हो, आंखें लाल हो रही हों, या फिर आंखों में दर्द रहता हो, तो बबूल के पत्ते को पीसकर उसे टिकिया के आकार में बना लें और सोते समय आंखों पर लगाएं। इससे काफी आराम मिल सकता है।

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बबूल के पत्ते और बाल हरड़ को बराबर मात्रा में लेकर उसका चूर्ण बना लें। अब नियमित रूप से इस चूर्ण को अपने पूरे शरीर पर लगाकर मालिश करें और कुछ देर more info के लिए लगा रहने दें और फिर नहा लें। कुछ ही दिनों तक ऐसा करते रहने से पसीना आना काफी कम हो जाएगा।

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